29 मार्च 2019

गुरिल्ला लड़ाई और उसका परिचय तथा इतिहास

पिछले पोस्ट में हमने हथियार के साथ चलने वाली चाले और और उसे चलने का तरीका  के बारे  में जानकारी प्राप्त  की  अब इस पोस्ट में हम एक नई विषय के बारे में सीरीज सुरु की जिस का पहले पोस्ट है गुरिल्ला लड़ाई और उसका परिचय तथा इतिहास(Gurilla ladai ka meaning aur parchay.) !


जैसे की हम देखते है की आज के समय में दिन पर दिन युद्धों  का स्वरुप बदलते जा रहा है  पहले जहा युद्ध दो सेनाओ के बिच होता था ओ बदलते बदलते सेना और सेना के साथ कुछ जनता उस युद्ध में सामिल होने लगे  यानि ओ एक मिश्रित युद्ध था!
 लेकिन आज के समय में सेना का जनता के छोटे छोटे समूहों के साथ सामान करना पड़ता है वह छोटा समुह अपना  अपना अपवित्र उद्देश्य के पूर्ति के लिए सेना या आर्म्ड फ़ोर्स के साथ छोटे छोटे समूहों में हमला  करता है!

 इनका कोई युद्ध रणनीति  नहीं होता है यह संगठन कही भी किसी भी स्वरुप में हमला करता है और वहा  से भाग जाता है इसलिए इनका सामना करना बहुत ही मुस्किल हो जाता है ! इस प्रकार के युद्ध पद्धिति को छापा मार या गुर्रिला युद्ध पद्धिति कहते है ! आज  के समय में यह बहुत ही इस्तेमाल में आने वाला पद्धिति है !
इस विषय के समझने के लिए हमने इस पोस्ट को निम्न भागो में बाँट दिया है 

1.गुरिल्ला का आर्थ तथा आधार (Gurilla ka meaning ttha aadhar)
2.गुर्रिल्ला का इतिहास(Gurilla ka history)
3.गुरिल्ला का परिभाषा (Gurilla ka paribhasha)
4. गुरिल्ला का सिद्धांत (Gurilla ka siddhant)
5. माओ का सिद्धांत (Mao ka siddhant)

1.गुरिल्ला का आर्थ तथा आधार (Gurilla ka meaning ttha aadhar): 

Gurilla attack
Sanketik chitr
गुर्रिला का अर्थ :गुरिल्ला एक  स्पेनिश शब्द है जो गुरा और इल्ला से मिलकर बना है जिसका अर्थ होता है  जिसमे गुरा शब्द का शाब्दिक अर्थ होता है युद्ध या लड़ाई और इल्ला शब्द का शाब्दिक अर्थ होता है छोटा ! यानि छोटे स्तर की लड़ाई ! असाहाय शत्रु द्वारा  सुरक्षा बालो के खिलाफ अपनाये जाने वाली छोटे छोटे हमला !

गुरिल्ला का आधार:
  • अपने या अपने दुश्मन के बारे में जानकारी रखेंगे तो विजय जरुर प्राप्त होगी !
  • उसके साथ ही वह की जमीन और जनता के बारे में पूर्ण जानकारी रखोगे तो सम्पूर्ण विजय जरुर होगा !

2.गुर्रिल्ला का इतिहास(Gurilla ka history):

  • गुरिल्ला वार  की सबसे पहली जिक्र  छठी सताब्दी में लिखी गई किताब जो की एक चीनी लेखक सुन ताजू ने अपनी किताब" दआर्ट ऑफ़ वार"(the art of war) में की थी !उन्होंने लिखा है की गुरिल्ला का पहली जरुरत तेजी, चकमा और और धोखा  होता है !
  • गुरिल्ला लड़ाई 2000 साल  पहले  चीनी में लड़ी  गई और उसके बाद इसे स्पेन ने अपनाया और उसके एक जनरल थे कार्ल बर्न क्लासिबिट्स के नेतृत्व में फ्रांस के नेपोलियन से लड़ा!
  • पहले विश्व युद्ध में तुर्की ने इसी तरह के लड़ाई से अरब  देश को हराया !
  • दुसरे विश्व यद्ध में एरोपियन देशो के जनता ने वह के अपने दुश्मनों से लड़ी और जीत  प्राप्त की !रूस के गुरिल्ला सेना से जर्मनी को बहुत नुकशान  पहुचाया !
  • द्वितीय विश्व युद्ध  के बाद कई देशो को गुरिल्ला युद्ध का सामना करना पड़ा जैसे , चीन , क्यूबा , वियतनाम यदि !
  • भारत में इस युद्ध पद्धिति का इस्तेमाल सबसे पहले 17 वी सताब्दी में शिवाजी ने मराठो का छोटी छोटी टुकड़ी बनाकर वीजा पुर सुल्तान पुर में मुगलों के खिलाफ लड़ा और मुगलों के सैनिक  ताकत बहुत थी फिर भी मुगलों को हार का सामना करना पड़ा!

जरुर  पढ़े:विआइपी इंस्पेक्शन के दौरान व्यू पॉइंट ब्रीफिंग

3.गुरिल्ला का परिभाषा (Gurilla ka paribhasha)

कुछ ब्यक्ति स्वतंत्र रूप से गिरोह बनाकर छोटे पैमाने में ही जन्भूमि में  जनता के मदद से तैयार किया गया हथियारों से सरकार के खिलाफ किया गया अनियमित हिसात्मक  और रहस्मय  युद्ध  को गुरिल्ला वर कहते है !

4. गुरिल्ला का सिद्धांत (Gurilla ka siddhant)
  • भीतरी इलाको में लड़ाई जहा संचार के साधन काम हो 
  • कठिन और उबड़ खाबड़ जगहों में रहते है 
  • एक ही बार में लड़ाई नहीं करते बल्कि छोटे छोटे युद्ध करते है !
  • मरना और भागना का तरीका अपनाते है !
  • हर समय हरकत में रहना 
  • कार्य करते समय न उसके आगे और न उसके  पीछे के बारे में सोचते है ! यनी उसके परिणाम के बारे में नहीं सोचते है 
  • जनता को अपने पक्ष में करने की कोशिस करते है 
  • आश्चर्य और रहस्य (surprise and secrecy) मेन्टेन करते है 
  • धोखा देना 
  • सदा सुरक्षा बालो को नुकशान पंहुचा कर बिखेर देना 
  • सुरक्षित स्थानों पर बसे स्थापित करना तथा वह से लड़ना 
  • सुरक्षा बालो का मनोबल को गिरना और उसका प्रचार करना 
  • जहा विजय प्राप्त होने की संभावना होती है वही लड़ते है !
  • तटस्थ और अपने विरोधियो को प्रताड़ित करना 
  • माओ का सिद्धांत अपनाते है !

5. माओ का सिद्धांत (Mao ka siddhant)

माओ का सिद्धांत निम्न है :
  • सुरक्षा बल आगे बढेगा तो गुरिल्ला भागे गा 
  • सुरक्षा बल कही रुकेगा तो गुरिल्ला उसे परेशां करेगा !
  • सुरक्षा बल थक गए तो गुरिल्ला उस पर हमला करेगा !
  • सुरक्षा बाल पीछे हटेगा तो गुरिल्ला  उसका पीछा कर पीछे से हमला करेगा !

किसी की जानकारी रखने से यह असं हो जाता है की उसके खिलाफ कैसी प्लानिंग किया जाय और कैसे उस परिथिति से निपटा जाय ! इसीलिए यह जरुरी है की सभी आर्म्ड फाॅर्स के जवान को गुरिल्ला लड़ाई , इतिहास और सिद्धांत  के बारे में जानकारी होनी चाहिए !

इस प्रकार से यहाँ गुरिल्ला लड़ाई का अर्थ  और उसके सिद्धांत, इतिहास  से सम्बंधित यह पोस्ट संपत हुई उम्मीद है की आप को पसंद आएगी !इस ब्लॉग  को सब्सक्राइब औत फेसबुक पर लाइक करे और हमलोगों को और अच्छा करने के लिए प्रोतोसाहित !

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28 मार्च 2019

निरिक्षण के लिए जाँच शास्त्र से बाजु शास्त्र

पिछले पोस्ट में हमने  बाजु शास्त्र से निरिक्षण के लिए जाँच शास्त्र की ड्रिल  करवाई के बारे में हम जानकारी प्राप्त की और अब हम इस ब्लॉग पोस्ट में निरिक्षण के लिए जाँच शास्त्र से बाजु शास्त्र (NIRIKSHAN KE LIYE JANCH SHASTR SE BAJU SHASTR) की ड्रिल करवाई के बारे में जानेगे !


1.जरुरत :  इस ड्रिल का जरुरत राइफल के निरिक्षण हो जाने के बाद राइफल को निचे लाने  के लिए जाँच शास्त्र से बाजु शास्त्र की करवाई की जाती है !

2.वर्ड ऑफ़ कमांड : बाजु शास्त्र एक-दो-तीन-एक , दो-एक 


3.गिनती से वर्ड ऑफ़ कमांड : वर्ड ऑफ़ कमांड गिनती से शास्त्र क़वैद बाजु शास्त्र  एक-एक , स्क्वाड  दो-दो, स्क्वाड तीन-तीन, जैसे थे ! इसी करवाई को गिनती और बयाँ से करवाई इस प्रकार से है !
NIRIKSHAN KE LIYE JANCH SHASTR SE BAJU SHASTR
जाँच शास्त्र से बाजु शास्त्र 
4.गिनती और बयाँ से करवाई
  • निरिक्षण के लिए जाँच शास्त्र से वर्ड ऑफ़ कमांड मिलता है गिनती से शास्त्र क़वैद बाजु शास्त्र एक, इस वर्ड ऑफ़ कमांड पर दाहिने हाथ  को फोरहैंड गार्ड पर स्ट्राइक करे ! साथ ही बाएँ पाँव को सावधान पोजीशन में लायें !शाउट करे एक !(राइफल पहले  की पोजीशन में ही रहेगी )
  • वर्ड ऑफ़ कमांड गिनती से शस्त्र क़वैद बाजु शास्त्र एक-एक ! इस पोजीशन में देखने वाली बाते , दाहिने हाथ से फोरहैंड गार्ड पकड़ा हुवा और बाकि का पोजीशन सावधान !
  • वर्ड ऑफ़ कमांड मिलता है स्क्वाड दो , इस वर्ड ऑफ़ कमांड पर दाहिने हाथ से राइफल को बाजु  शास्त्र नॉ-2 हालत में निचे लाये और बाएँ  हाथ से राइफल को फ़्लैश हाईडर पर स्ट्राइक करते हुए पकडे और शाउट करे दो !
  • इस पोजीशन में देखने वाली बातें बाजू शास्त्र के नॉ -2 हरकत की तरह !

  • वर्ड ऑफ़ कमांड मिलता है स्क्वाड तीन - इस वर्ड ऑफ़ कमांड पर करवाई इस प्रकार से होगी बाएँ हाथ को सावधान पोजीशन में ले जाये और दाहिने हाथ से राइफल को हील बट पर सवार करे  और शाउटिंग करे तीन !
  • इस पोजीशन में देखने वाली बाते :पोजीशन सावधान !
इस प्रकार से  यहा निरिक्षण के लिए जाँच शस्त्र से बाजु शास्त्र की ड्रिल से सम्बन्धी ब्लॉग पोस्ट समाप्त हुवा !उम्मीद है किया यह पोस्ट आपको पसंद आई होगी !अगर ब्लॉग या पोस्ट से सम्बंधित कोई सुझाव हो तो निचे के कमेंट बॉक्स में जरुर लिखे ! इस ब्लॉग को सब्सक्राइब या फेसबुक पेज को लाइक करके हमलोगों को प्रोतोसाहित करे !
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  1. खड़े खड़े बाएँ स्क्वाड बनाने का ड्रिल करवाई
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  3. लाठी चार्ज के दौरान लाठी मरते समय ध्यान में रखने वाली बाते !.
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  6. आंसू गैस को इस्तेमाल करते समय ध्यान में रखने वाली कुछ बाते इस प्रकार से है
  7. म़ोब /मज्मा कण्ट्रोल के सिद्धांत
  8. रायट कण्ट्रोल ड्रिल में गैस पार्टी का काम
  9. लाठी पार्टी का काम और लाठी इस्तेमाल करते समय ध्यान में रखने वाली बातें
  10. दिशा बदल की ड्रिल कमांड और करवाई

27 मार्च 2019

आड़ फिट लिम्बर अप से क्या समझते है ?

पिछले पोस्ट में हमने SSG-69 स्नाइपर राइफल के ज़ेरोइंग के बारे में जानकारी प्राप्त की आब इस पोस्ट में हम एक छोटे से क्वेश्चन का जवाब देने का कोसिस करूँगा जो मेरे कुछ पाठक जानना  चाहे है ! 



आज जब मैंने अपना अकाउंट ओपन किया तो वह पाया की बहुत से पाठक है उन्होंने ये सवाल छोड़ा था की "लिम्बर अप से आप क्या सझते है ?" तो इस सवाल का जवाब मै आज देने का कोशिस करूँगा और चाहुगा की जिन लोगो ने ये सवाल किया है उनको जवाब मिल जाये !


इस सवाल का जवाब को अच्छी तरह से समझने के लिए हमने इसे निम्न हिस्से में बता है :
Aad fit limber up
Aad fit limber up
1. लिम्बर अप कमांड : यह कमांड फायरिंग रेंज पर फायर  करते समय दिया जाता है ! जब फायरर लेट के पोजीशन से फायर करने वाला होता   है तो  उस समय कमांड दिया जाता है " लेट के पोजीशन या लायिंग पोजीशन " और  इस कमांड पर जैसे ही फायरर लायिंग पोजीशन अख्तियार करता है  तो उस समय एक दूसरा कमांड दिया जाता है "आड़ फिट लिम्बर अप (Aad fit limber up)"! 

जैसे की हम जानते है की जब भी लायिंग पोजीशन से फायरिंग रेंज पे फायर किया जाता है तो सैंड बैग या किसी न किसी चीज का सपोर्ट ले कर ही फायर करते है ! बहुत बार ऐसा होता है की फायरर जब लेट के पोजीशन अख्तियार करता है तो वह सैंड बैग के आड़ (cover) में इतना पीछे छुप जाता है की उसे टारगेट अच्छी तरह से दिखाई नहीं देता है  और उसी पोजीशन से फायर करने का कोशिश करता है तो  उसे सही टारगेट पर निशान लेने के लिए कमांड दिया जाता है "आड़ फिट लिम्बर अप " जिस का मतलब होता है की जो सैंड बैग है उसे अच्छी तरह से अपनी सुविधा के अनुसार फिट करो और लिम्बर का मतलब होता है बॉडी का ऊपर वाला हिस्सा उसे आड़ (cover) के अनुसार ऊपर या निचे  करके अच्छी तरह से पोजीशन बनाओ की दिया हुवा कवर के आड़ से अच्छी तरह से एम ले कर टारगेट के ऊपर एम के साथ फायर कर सको !


2. आड़ फिट लिम्बर अप के कमांड पे करवाई(aad fit limber up ke command pe karwai) : जैसे आदेश मिलता है की आड़ फिट लिम्बर अप तो उसपे कर वी इस प्रकार से करते है की राइफल को आड़ के ऊपर रख कर टारगेट के ऊपर एम लेते है और देखते है की तो आड़ यानि सैंड बैग  सपोर्ट के लिए दिया गया है उसके इस्तेमाल करने में कोई तकलीफ तो नहीं हो रही है और अपने सुविधा के नुसार सैंड बैग को फिट करते है और अपने बॉडी को उस आड़ के अनुसार आगे पीछे कर के दुरुस्त पोजीशन अब्नाते है ताकि फायरिंग के दौरान कोई तकलीफ न हो जिससे के फायर करते समय कोई तकलीफ हो जिससे की आपका फायर करते समय टारगेट  से ध्यान हट जाये और गोली टारगेट को अच्छी तरह से हिट न कर पाए !

 इस आदेश पर  फायर को चाहिए की सैंड बैग और अपनी बॉडी के टारगेट के अनुसार एडजस्ट करे और अपने बॉडी के आस पास कोई कंकड़ या चुभने वाली बस्तु हो उसे भी साफ कर दे !  ये सब करवाई  बहुत ही चटकी से किया जाता है !

3. लिम्बर अप का मतलब होता है(Limber up se aap kya samjhte hai ) फायरर को अपनी बॉडी का ऊपर वाला हिस्सा को आड़ या सपोर्ट के उनुसार ऊपर करे ताकि निशान लेते समय पोजीशन अच्छी बने और बिना किसी तकलीफ से दुरुस्त फायर कर सके !


इस प्रकार से आज हमने लिम्बर अप के बारे में जानकारी प्राप्त किया !उम्मीद है की यह छोटा पोस्ट आप को पसंद आएगा ! अगर कोई कमेंट होतो निचे के कमेंट बॉक्स में जरुर लिखे ! इस ब्लॉग  को सब्सक्राइब औत फेसबुक पर लाइक करे और हमलोगों को और अच्छा करने के लिए प्रोतोसाहित !

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26 मार्च 2019

बाजु शास्त्र से निरिक्षण के लिए जाँच शास्त्र की ड्रिल करवाई

पिछले पोस्ट में हमने राइफल के साथ पत्र के साथ सामने सलूट के बारे में जानकारी प्राप्त की अब इस पोस्ट में हम राइफल ड्रिल के एक और सबक बाजु शस्त्र से निरिक्षण के लिए जाँच शाश्त्र (nirikshan ke lie janch shastr ki drill karwai) के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे !


1. जरुरत : जब राइफल के साथ ड्यूटी के दौरान मगज़ीन और चैम्बर को चेक करना हो उस समय निरिक्षण के लिए जाँच शास्त्र की करवाई की जाती है और कोटे में राइफल रखने से पहले भी निरिक्षण के लिए जाँच शास्त्र की करवाई की जाती है !और राइफल का कोई सबक सुरु करने से पहले भी निरिक्षण के लिए जाँच शास्त्र की करवाई की जाती है !
Nirikshan ke lie janch shastr
निरिक्षण के लिए जाँच शास्त्र 
2. दुरुस्त नमूना :वर्ड ऑफ़ कमांड शास्त्र क़वैद निरिक्षण के लिए जाँच शास्त्र एक, दो-तिन -एक, दो-तिन -एक, दो-तिन-एक , 


3. गिनती से नमूना : वर्ड ऑफ़ कमांड  गिनती से शास्त्र क़वैद निरिक्षण के लिए जाँच शास्त्र एक, स्क्वाड -दो, स्क्वाड -तीन , स्क्वाड-चार , स्क्वाड-पांच , जैसे थे !

4. गिनती और बयाँ से नमूना :जब सावधान पोजीशन से वर्ड ऑफ़ कमांड मिलता है गिनती से शास्त्र क़वैद निरिक्षण के लिए जाँच शास्त्र तो करवाई इस प्रकार से करे :
  • स्क्वाड - एक तो इस वर्ड ऑफ़ कमांड पर राइफल को दाहिने हाथ से बाएँ और सामने उछाले और दाहिने हाथ से पिस्तौल ग्रिप को और बाएँ हाथ से फोरहैंड गार्ड को एक साथ पकडे ! 
  • इस पोजीशन में देखने वाली बाते :बाएँ पाँव 12 इंच बाएँ तरफ 4 इंच आगे लिए हुए , दाहिने हाथ से पिस्तौल ग्रिप को पकड़ा हुवा और चरों अगुलिया बहार  और अंगूठा अन्दर से , बाएँ हाथ से फोरेगुअर्द को पकड़ा हुवा चारो अंगुलिया निचे और अंगूठा ऊपर से , बैरल 45 डिग्री पर राइफल बट दाहिने थाई से लगा हुवा ! बाकि की पोजीशन विश्राम की हालत में !
  • वर्ड ऑफ़ कमांड मिलता है स्क्वाड -दो ! इस पोजीशन में देखने की बातें हाथ से कोच्किंग हैंडल को पाकर हुवा , बाकि पोजीशन पहले की तरह !
  • वर्ड ऑफ़ कमांड मिलता है स्क्वाड -तीन इस वर्ड ऑफ़ कमांड पर होल्डिंग ओपनिंग कैच लगाये  और पुकारे तीन !
  • इस पोजीशन  में देखने वाली बाते होल्डिंग ओपनिंग कैच लगा हुवा बाकि की पोजीशन पहले की तरह !
  • वर्ड ऑफ़ कमांड मिलता है स्क्वाड-चार तो बाएँ हाथ से कोच्किंग हैंडल को आगे करे और पुँकारे स्क्वाड - चार ! इस पोजीशन में देखने वाली बाते कोच्किंग हैंडल आगे किया हुवा और बाकि के पोजीशन पहले जैसा !
  • वर्ड ऑफ़ कमांड मिलता है स्क्वाड - पांच  तो बाएँ हाथ से फोरहैंड गार्ड को पकडे और राइफल को थोडा घुमाये की चैम्बर आपके सामने हो जाये !  इस पोजीशन में देखने वाली बाते : राइफल को फोरहैंड गुरद बाएँ हाथसे और और पिस्तौल ग्रिप दाहिने हाथ से पकड़ा हुवा राइफल थोडा घुमाया हुवा की चैम्बर में आसानी से देख सके और निगाहे चैम्बर के ऊपर ! 

इस प्रकार यहाँ बाजु शास्त्र से निरिक्षण के लिए जाँच शास्त्र  की ड्रिल करवाई सम्बंधित ब्लॉग पोस्ट समाप्त हुई ! उम्मीद है किया यह पोस्ट आपको पसंद आई होगी !अगर ब्लॉग या पोस्ट से सम्बंधित कोई सुझाव हो तो निचे के कमेंट बॉक्स में जरुर लिखे ! इस ब्लॉग को सब्सक्राइब या फेसबुक पेज को लाइक करके हमलोगों को प्रोतोसाहित करे !


इन्हें भी पढ़े :

  1. 222 इंग्लिश - हिंदी परेड कमांड का संकलन 
  2. फासला रखते हुए दाहिने, बाएँ और मध्य सज की करवाई
  3. 4 स्टेप्स के तेज चाल से दाहिने मुड करवाई पूरा करना
  4. 4 स्टेप्स में तेज चल कि करवाई कैसे की जाती है
  5. 5 स्टेप्स में तेज चाल से पीछे मुड की पूरी करवाई
  6. खड़े खड़े सलूट का तरीका और जरुरत
  7. 2 स्टेप्स में खड़े खड़े दाहिने सलूट की करवाई की तरीके
  8.  2 स्टेप्स में खड़े खड़े बाएँ सलूट की करवाई का तरीका
  9. विशार्जन , लाइन तोड़, और स्वस्थान का ड्रिल करवाई
  10. धीरे चाल से सामने सलूट की जरुरत और करवाई
  11. 4 स्टेप्स में धीरे चल से दाहिने दाहिने सलूट की करवाई और जरुरत

25 मार्च 2019

राइफल के साथ तेज चल से पत्र के साथ सामने सलूट

पिछले पोस्ट में हमने राइफल के साथ तेज चल से सलूट करने के बारे में हम जाने और अब इस पोस्ट में हम जानेगे की राइफल के साथ तेज चल से पत्र के साथ सामने सलूट (RIFLE KE SATH  PATR KE SATH SAMNE SALUTE  KARNA) कैसे किया जाता है !

इस  ड्रिल के लिए   जो कमांड दिया जाता है उसमे  पत्र के साथ सलूट करना पुकारा जाता है लेकिन इसी प्रकार की ड्रिल अगर पत्र के अलावा कोई और बस्तु उच्च अधिकारी के देते समय भी किया जाता है अगर उस समय आप के बगल में राइफल हो तो !
 
पत्र के साथ सलूट
पत्र के साथ सलूट
जरुर पढ़े : 2 स्टेप्स में खड़े खड़े दाहिने सलूट की करवाई की तरीके

उद्देश्य : इस ड्रिल का उद्देश्य शास्त्र क़वैद का एक और सबक जिसमे काम होगा राइफल के साथ तेज चाल से पार्ट के साथ सामने सलूट करना !

जरुरत : अगर हमारे पास राइफल हो और हमें किसी सलूट पदाधिकारी को कोई लिखित सन्देश देना हो तो राइफल के साथ तेज चाल से पत्र के साथ सामने सलूट की करवाई की जानी है ! इसी करवाई का दुरुस्त नमूना के साथ सीखेगे !

करवाई : पूरी करवाई राइफल के साथ तेज चाल से सामने सलूट की करवाई की तरह ही होगा पत्र बाएँ जेब में होता है !

जरुर पढ़े : 2 स्टेप्स में खड़े खड़े बाएँ सलूट की करवाई का तरीका

राइफल के साथ तेज चाल से पत्र के साथ सामने सलूट के सात मूवमेंट होते है !

इस प्रकार से राइफल  के साथ तेज चल से पत्र के साथ सामने सलूट की करवाई से सम्बंधित एक छोटा पोस्ट समाप्त हुई !उम्मीद है की पोस्ट पसंद आएगा ! अगर ब्लॉग या पोस्ट से सम्बंधित कोई सुझाव हो तो निचे के कमेंट बॉक्स में जरुर लिखे ! इस ब्लॉग को सब्सक्राइब या फेसबुक पेज को लाइक करके हमलोगों को प्रोतोसाहित करे !
इन्हें भी पढ़े :
  1. विशार्जन , लाइन तोड़, और स्वस्थान का ड्रिल करवाई
  2. धीरे चाल से सामने सलूट की जरुरत और करवाई
  3. 4 स्टेप्स में धीरे चल से दाहिने दाहिने सलूट की करवाई और जरुरत
  4. 4 स्टेप्स में धीरे चल से बाएँ सलूट के ड्रिल और कमांड
  5. "परेड पर(getting on parade) " जरुरत और करवाई
  6. परेड मार्च पास्ट का कमांड और मार्च पास्ट परेड करने का तरीका
  7. 7 स्टेप्स में पत्र के साथ सामने सलूट की पूरी करवाई करने का तरीका
  8. धीरे कदम ताल , थम और आगे बढ़ की ड्रिल की करवाई करने का तरीका !
  9. खड़े खड़े बाएँ स्क्वाड बना ड्रिल की कमांड और तरीका
  10. गार्ड मौन्टिंग का ड्रिल भाग -I


19 मार्च 2019

फूट ड्रिल और उसको करने का उसूल

इस ब्लॉग पोस्ट में हम जानेगे ड्रिल के विषय में जिसका शीर्षक होगा "फूट ड्रिल और उसको करने का उसूल (Foot drill aur usko karne ka usul" इस पोस्ट को अच्छे तरह से समझने के लिए इसे छोटे छोटे भागो में बंटा गया गया है  जिससे के की आसानी से समझा जा सके !


जैसे की हम जानते है की ड्रिल सबसे पहले जर्मन के सेना में 1666 में सुरु हुवा जिसे सुरु करने वाले थे मेजर जनरल डराल जो इससे इस उद्देश्य से सुरु किया की फ़ौज के ऊपर एक कण्ट्रोल और अनुशासन बनाये रखने के लिए ड्रिल जरुरी है !

उन्होंने अपने अनुभव से यह महसूस किया था की पिछली लड़ाईओ में ड्रिल ही डिसिप्लिन के बुनियाद रखने में बहुत सहायक है और यह सब अनुभव के बाद उन्होंने जर्मन की फ़ौज में ड्रिल की सुरुवात की और उसके बाद ड्रिल का प्रचाल संसार के और सभी फ़ौज में धीरे धीरे हुवा !

इस पोस्ट के हमने निम्न भागो में बनता है :
1. ड्रिल का परिभाषा(foot drill ka paribhasha) : किसी प्रोसीजर को क्रमवार और उचित तरीके से अनुकरण करने की करवाई को ड्रिल कहते है !

2. ड्रिल  के प्रकार(Drill ke prakar) : ड्रिल दो प्रकार के होते है जिसका नाम इस तरह से है :


  • ओपन ड्रिल(Open drill kya hota hai) : यह ड्रिल फील्ड में की जाती है 
  • क्लोज ड्रिल(Close drill kya hota hai) : यह ड्रिल ट्रेनिंग ग्राउंड या पिस अरेरा में की जाती है !

3.ड्रिल का मकसद(Drill ka makshad kya hota hai ) : 

 ड्रिल का मकसद  एक सैनिंक में हुक्म मानने की आदत का ऐसे अंदरूनी मादा पैदा करना है जो उसे अपने फर्ज को अंजाम देने में हर समय मदद करे! यानि दुसरे शब्दों में कहे तो एक सनिक की इस प्रकार से बनाया जाये की वह आदेश के पालन अच्छी तरह से करने वाला बन जाए ! 


4. ड्रिल का प्रभाव(Drill ka prabhaw ) :ड्रिल का प्रभाव निम्न प्रकार का होता है :

  • ड्रिल डिसिप्लिन का बुनियाद है !
  • ड्रिल से मिलकर काम करने की और हुक्म मानने की आदत पार्टी है !
  • ड्रिल ऑफिसर , JCO और UO को कमांड और कण्ट्रोल सिखाती है !ड्रिल ड्रेस पहनना और चलना फिरना सिखाती है !
  • ड्रिल को देख कर किसी यूनिट के डिसिप्लिन और मोरल का पता लगाया जा सकता है !

5.ड्रिल के उसूल(Drill ke usul kya hota hai) : ड्रिल के उसूल इस प्रकार है :

  • स्थिरता (Steadiness)
  • स्मार्टनेस (Smartness)
  • मिलकर काम करना (Milkar kaam karna)

6. फूट ड्रिल के उसूल(Foot dril ka usul kya hota hai) : फूट ड्रिल के उसूल इस प्रकार 


  • पाँव को तेजी से बहार निकलना (Shoot the foot forward)
  • घुटने को तेजी से झुकाना (Bend the knee double time)
  • ठीक वक्फा (Correct pause )

7. ड्रिल के बुरी आदते(Drill ke buri aadate kaun kaun si hai ) : ड्रिल के कुछ बुरी आदते इस प्रकार से है :

  • आँख का घुमाना 
  • कूदना और फुदकना 
  • पांव को घसीट कर चलना 
  • एडियो को टकराना 
  • बूट में अंगुलियो को हरकत देना 
  • अन्य अवशक  हरकत करना 

8. ड्रिल के ट्रेनिंग एड्स(Drill ke training aids kaun kaun se hote hai) : निम्न लिखित ट्रेनिंग एड्स ड्रिल में मदत देते है :

  • पेस  स्टिक 
  • बेक स्टिक 
  • एंगल बोर्ड 
  • समय सूचक 
  • ड्रम और ड्रमर  

9. ड्रिल की सिखलाई देने की तरतीब(Drill ki sikhlai dene ka tartib kya hota hai ) :ड्रिल इंस्ट्रक्टर के लिए स्क्वाड को ट्रेनिंग देने की तरतीब :

  • स्क्वाड उस्ताद के गिर्द आधे देरे में हो 
  • स्क्वाड का मुंह सूरज और सड़क के बरखिलाफ हो 
  • ड्रिल ट्रेनिंग ऐड स्क्वाड से 15 कदम की दुरी पर हो 
  • ड्रिल ट्रेनिंग ऐड स्क्वाड के नजदीक हो 
  • पिछले सबद की दोहरे ली जाय 
  • उद्देश्य बताएं
  • दुरुस्त नमूना दे 
  • गिनती से नमूना दें  
  • गिनती और बयाँ से नमूना दें 
  • अगर गिनती नहीं है तो बयाँ से नमूना दें 
  • अगर सबक लम्बा है तो एक मूवमेंट और उसकी विवरण दे 
  • गिनती से अभ्यास और वर्ड ऑफ़ कमांड उस्ताद का 
  • खुसी से अभ्यास और वर्ड ऑफ़ कमांड उस्ताद बताये 
  • समय पुकारते हुए अभ्यास वर्ड ऑफ़ कमांड उस्ताद बताएं 
  • स्क्वाड के दो अच्छे जवानों का नमूना 
  • कोई शक और सवाल 
  • संक्षेप 

10 उस्ताद के गुण(Achchhe ustad me kaun kaun se gun hona chahie) :एक अच्छे ड्रिल इंस्ट्रक्टर में निम्नलिखित गुण होने चाहिए :

  • फुर्तीला हो 
  • ड्रिल में की जाने वाली हरकतों का दुरुस्त नमूना दे सके 
  • क्लास को सिखाली साफ़ और दुरुस्त तरतीब से दे सके 
  • स्क्वाड के गलतियो को फ़ौरन अच्छी तरह से दुरुस्त कर सके 
  • वर्ड ऑफ़ कमांड अच्चा और उच्चा दे सके 
  • क्लास में कभी भी ढीलापन न आने दे 
  • हमेशा ऊँचे दर्जे के दिसिप्लिने को कायम रेक 
  • सहनशील हो 
  • निष्पक्ष हो 
  • शारीरिक गठन स्मार्ट हो 

11. सिखलाई के पीरियड और बन्दोंबसत(Drill ke sikhlai aur bandobast me kya dhyan rakhe) : इस दौरान ध्यान में रखने वाली बाते निम्न है :

  • ड्रिल तरतीब से सिखाई जाए 
  • ड्रिल के एक हरकत पर 15 मिनट से ज्यादा समय न दिया जाए !
  • एक पीरियड 40 मिनट से ज्यादा न हो 
  • रिक्रूट/कैडेट्स की ट्रेनिंग के दौरान एक दिन में 3 पीरियड से ज्यादा न चलाये जाए !
  • उस्ताद को चाहिए के सबक के आखरी 5 मिनट में स्क्वाड जो हरकत अच्छी तरह कर सकता है उन हरकतों को जिससे जवान को अपने काम पर भरोसा हो जाता है !
  • स्क्वाड को छोड़ने से पहले उनका शक या सवाल दूर कर दिया जाए !
इस प्रकार से हम परेड  ड्रिल   की शुरुवात और उसे कराने का तरीका और  उस्ताद के गुण के बारे में हम इस पोस्ट में जा सके ! उम्मीद है की पोस्ट पसंद आएगा !अगर कोई सुझाव हो तो निचे के कमेंट बॉक्स में जरुर लिखे ! इस ब्लॉग को सब्सक्राइब और फेसबुक पेज लाइक करके हमलोगों को और प्रोतोसाहित करे !
इन्हें भी पढ़े :

  1. 2 स्टेप्स में खड़े खड़े दाहिने सलूट की करवाई की तरीके
  2. 2 स्टेप्स में खड़े खड़े बाएँ सलूट की करवाई का तरीका
  3. विशार्जन , लाइन तोड़, और स्वस्थान का ड्रिल करवाई
  4. धीरे चाल से सामने सलूट की जरुरत और करवाई
  5. 4 स्टेप्स में धीरे चल से दाहिने दाहिने सलूट की करवाई और जरुरत
  6. 4 स्टेप्स में धीरे चल से बाएँ सलूट के ड्रिल और कमांड
  7. "परेड पर(getting on parade) " जरुरत और करवाई
  8. परेड मार्च पास्ट का कमांड और मार्च पास्ट परेड करने का तरीका
  9. 7 स्टेप्स में पत्र के साथ सामने सलूट की पूरी करवाई करने का तरीका

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