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02 अगस्त 2016

इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस क्या होता है और IED के भाग

पिछ्ले पोस्ट में हमने फील्ड फोर्टीफिकेसन के बारे में जानकारिया शेयर  की थी ! इस पोस्ट में हम इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस क्या है (Improvised Explosive Device) और उसके लगाने के संभावित जगह (Improvised Explosive device lagana ka sambhawit jagah )क्या होते है इसके बारे में जानकारी शेयर करेगे !

 जैसे की हम जानते है की आईईडी(IED) का फुल फॉर्म होता है इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस(Improvised Explosive Device)! और  आये दिन टीवी और न्यूज़ में देखते और पढ़ते है की अमुक जगह आतंवादी ने  आईईडी प्लांट की थी जो  फट गया और  इतने लोग हताहत हुए , आखिर आतंकवादी इस्तेमाल करते है उस बम को आईईडी क्यों कहते है और आईईडी तथा कन्वेंशनल बम के क्या अंतर है


1. आईईडी क्या है(What is IEDs)?: गैर कानूनी ढंग से हत्या तोड़फोड़ , सम्पति का नुकशान पहुचने , चोट पहुचने और जान माल के नुकशान पहुचने के लिए कम से कम समय में कम से कम खर्चे  में अधिक से अधिक नुकशान पहुचाने के लिए अपनी सूझ बुझ से लोकाली(Locally made explosive) उपलब्ध विष्फोटक पदार्थ या उच्च स्तरीय एक्स्प्लोसिव(high explosive) के इस्तेमाल कर बने  गई डिवाइस को आईईडी या इम्प्रोवाइज्ड एक्स्प्लोसिव डिवाइस कहते है  !

2. आईईडी के मुख्य हिस्से पुर्जे(Parts of Improvised Explosive Device): आईईडी का मुख्य चार भाग होते है !
  1. एक्सप्लोसिव(Explosive)
  2. डिटोनेटर (Detonator)
  3. ट्रिगर मेचानिज्म (Trigger mechanism) 
  4. पॉवर सोर्स (Power source)
3. आईईडी में इस्तेमाल  होने वाले एक्सप्लोसिव (Explosive used in Improvised Explosve Devise):
(a)  सर्विस एक्सप्लोसिव(Service Explosive) :
  • लो एक्सप्लोसिव(low explosive) : गन पाउडर(gun powder) , कोरडेइट(Cordite)
  • हाई  एक्सप्लोसिव : पी ई के(PEK) , टी एन टी(TNT) , जी सी स्लैब(G Slab) , प्राइमर अमोनियम पाउडर(Primer Ammonium Powder) 

(b)  कमर्शियल एक्सप्लोसिव(Commercial explosive) :
  • ऍफ़ एल एस एल (FLSL)
  • लोक्स (Lox)
(c)  इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव :
  • दावा , आसानी से लोअकाली उपलब्ध रासायनिक  खाद (Chemical used in fertilizer) , आयल यदि ! 
4. आईईडी में इस्तेमाल होनेवाले डिटोनेटर 

(a)  सर्विस डिटोनेटर  
  • डिटोनेटर  नंबर -27 एसटीडी (नॉन-इलेक्ट्रिक )(Detonator No-27 STD (Non-Electric))
  • डिटोनेटर  नंबर -33 एसटीडी (इलेक्ट्रिक )(Detonator No-33 STD (Electric))
(b)  इम्प्रोवाइज्ड डिटोनेटर 
  • डिटोनेटर  थर्मल (इम्प्रोवाइज्ड)
  • डिटोनेटर  केमिकल  (इम्प्रोवाइज्ड)
  • डिटोनेटर फ्रिक्शन  (इम्प्रोवाइज्ड)
  • डिटोनेटर  प्रोपोल्लेंट  (इम्प्रोवाइज्ड)

(c)  कमर्शियल  डिटोनेटर  
  • डिटोनेटर  नंबर -6
  • डिटोनेटर  नंबर -7
  • डिटोनेटर  नंबर -8
5. आईईडी के प्रकार(Type of Improvised Explosive Device) : आईईडी दो प्रकार के होते है 
  1. ओपन बम(Open Bomb) : जब बम के मुख्य चार भागो में से कोई एक भाग दिखाई दे तो उसे ओपन बम कहते है !
  2. क्लोज्ड बमClosed Bomb) : जब बम के मुख्या चार भाग में कोई भी भाग नज़र न आये तो उसे क्लोज्ड बम कहते है !
6. असामाजिक तत्वों द्वारा इस्तेमाल होने वाले कुछ इम्प्रोवाइज्ड डिवाइस(IED Used by Terrorist): कुछ आईईडी जो  कुछ असामाजिक तत्व इस्तेमाल करते है जिसका  आउटर कंटेनर के अनुसार उसका नामकरण किया जाता  है जो इस प्रकार से है 
  • बुक बम(Book Bomb) 
  • घी टिन बम
  • मिठाई का डिब्बा बम 
  • डोरमैट बम 
  • टिफ़िन काररीएर बम 
  • गुलदस्ता बम 
  • पेन स्टांड बम 
  • पाइप बम(Pipe Bomb) 
  • डोर टोगल बोल्ट बम 
  • इम्प्रोवाइज्ड शेप्ड बम 
  • हाथ गोला 
  • बोतल बम 
  • लैटर बम (Letter Bomb)
  • improvised claymore bomb 

7. आईईडी को बर्बाद करने का तरीका(IED ko neutralized karne ka tarika) :
  • ग्राप्नेल(Grape Nail) की मदद से 
  • उसी जगह पर बारूद  लगाकर बर्बाद करना 
  • मेचानिज्म को न्यूट्रलाईजड करना 
8. आईईडी को लगाये जाने वाला जगह(IED ko lagaye jane wala jagah) : असामाजिक तत्व और आतंकवादी ज्यादातर इन जगहो पे आइडिज लगते है :
  • कच्ची सड़क 
  • पुल, कलवर्ट और पुलिया 
  • उबड़ खाबड़ रास्ते 
  • संकरें रास्ते
  • फौज के आने जाने के आम रास्ते 
  • सड़क/रास्ते के मोड़ पे 
  • सड़क के दीवारे 
  • चौराहे पे 
  • पेड़ खड़ा /कटा हुआ पेड़ 
  • लावारिश सामान में 
  • लालच वाली चीजें में 
  • डेली इस्तेमाल  की सामन में 
  • आकर्षण वाली चीजो में 
  • पब्लिक प्लेस 
  • दरवाजा और खिड़कियो में 
  • मरे हुए अतंकवादियो के बॉडी में 

9.आईईडी संभावित  एरिया में जाने वक्त ध्यान में रखने वाली बातें(IED prone area me jane wakt dhyan me rakhne wali baten) :
  • कच्चे  रास्ते /सड़क का इस्तेमाल सार के बाद ही करे 
  • हर वास्तु को शाकिया नज़र से देखे 
  • कुछ भी सुरक्षित नहीं है इस भाव से सोंचे 
  • लालच न करे 
  • आईईडी को एक ही न समझे 
  • आईईडी से फालतू छेड़ छाड़ न करे 
  • जहा तक संभव हो आईईडी को उसी जगह बर्बाद करें 
  • आईईडी को हरकत ग्राप्नेल से दे 
  • अगर आईईडी दिखाई दे तो केवल ट्रेनिंग लिया हुवा व्यक्ति ही उसको बर्बाद करे !
  • घबराहट फैलने से रोके 
  • भगदड़ न मचाएं 
  • भीड़ इकठ्ठा न होने दे 
  • जोखिम न उठायें 
  • कोई और विकल्प न हो तभी आईईडी को हाथ से छुए 
10. आईईडी और कन्वेंशनल बम में क्या अंतर होता है (Difference between Bomb and IEDs)
  • आईईडी का कोई शेप और साइज़ नहीं होता है जब की कन्वेंशनल बम का एक निश्चित शेप और साइज़ होती है !
  • आईईडी में कौन सा एक्सप्लोसिव है ये बता नहीं सकते है जब की कन्वेंशनल बम के बारूद की जानकारी रहती !
  • आईईडी का मेचानिज्म का पता नहीं होता है जब की कन्वेंशनल बम का मेचानिज्म फिक्स्ड रहता है !
  • आईईडी  बनाना गैर कानूनी है जब की कन्वेंशनल  बम सरकार के अपनी कंपनी में बनाया जाता है ! 
  • आईईडी के ऊपर बनाने सम्बंधित कोई भी डिटेल नहीं दिया रहता है जबकि कन्वेंशनल बम पे सब कुछ लिखा रहता है !
  • कन्वेंशनल बम एक सरकार अपने दुश्मनों के खिलाफ इस्तेमाल करती है जबकि आईईडी  आतंकवादी या असामजिक तत्व आम पब्लिक को मरने या डराने के लिए इस्तेमाल करते है !

आज कल की जो सुरक्षा का जो वातावरण है उसमे सभी जवानों को आईईडी के बारे में जानकारी होनी चाहिए क्यों की लड़ाई में पता नहीं आईईडी मिले या न मिले लेकिन काउंटर इंसरजेंसी के ड्यूटी में आईडी आये दिन मिलता है ! इसलिए से  माहौल में ड्यूटी करने के लिएआईईडीके बारे में जानकारी ही आपकी बचाव है ! 

इसलिए न्यूज़ पेपर या टीवी पे जो भी आईईडी के मेचानिज्म और शेप के बारे में दिखा जा उसे देखे जिससे ये पता लगेगा की  आईईडी का शेप और साइज़  किस किस तराह के होसकते है और कौन कौन से मेचानिज्म का इस्तेमाल आंकवादी कर रहे है इनको  बनाने में !

इस प्रकार से आईईडी के बारे में थोडा जानकारी शेयर किये  !उम्मीद है पोस्ट पसंद आएगा अगर कोई कमेंट या सुझाव हो तो जरुर दे और इस ब्लॉग को सब्सक्राइब  करके हमलोगों को सपोर्ट करे!

26 मई 2016

फील्ड फोर्टीफिकेसान ,उसके प्रकार और ध्यान में रखनेवाली मुख्या बाते

इस पोस्ट में हम फील्ड इंजीनियरिंग के एक सब्जेक्ट के उपर  जानकारी शेयर करेंगे वह है फील्ड फोर्टी फिकेसन (Field fortification)मोर्चा और तरह तरह के रुकवाते बनाना ये सब फील्ड इंजीनियरिंग के तहत आता है इस पोस्ट में हम मोर्चा यानि फील्ड फोर्टी फिकेसन  का प्रकार और उनके परिभाषाये और .फील्ड फोर्टी फिकेसन  के लिए जरुरी बाते (important point for field fortification), के बारे में जानेगे  !

लड़ाई के दौरान हमारा उद्देश्य शत्रु व विरोधियो को बर्बाद करना होता है इसके साथ हमे अपने लिए भी हिफाजती कारवाही की जरुरत होती है जिसके लिए मोर्चा और तरह तरह के रूकावटे इस्तेमाल कर के हासिल करते है !

डिफेन्स तभी अच्छा साबित होगा जब कमांडर अपने जवानों से उनके हथियारों से कारगर फायर डलवाने सके और इसके लिए जरुरी है की फील्ड फोर्टी फिकेसन  अच्छी तरह से की जाय यानि मोर्चे की खुदाई हथियार को ध्यान में रख कर बने गई हो जहा एक जवान अपनी बचाव करते हुए अपने हथियारों से प्रभावी फायर डाल सके !

फील्ड फोर्टीफीकासन तैयार  करते समय इन बातो को ध्यान में रखना चाहिए
  •  हथियार का इस्तेमाल (Use of weapon) : मोर्चे का डिजाईन ऐसा हो की हथियार से कारगर फायर किया जा सके!
  • फील्ड ऑफ़ फायर(Field of fire) : हथियार्के कारगर रेंज तक साफ हो
  • मोर्चा(Morcha) : मोर्चा ऐसा हो जहा से जवान दुश्मन के फायर और गोलाबारी से बचाव हासिल कर सके ! इसके लिए ओवर हेड कवर और शेल्टर ट्रेंच बनाये ! 
Command Post
Command Post
 बचाव(Safety from weapon fire) : मोर्चे की दीवाल और शेल्टर की मोटाई और  हथियार के मार से बचाव इस प्रकार है :
  • स्माल आर्म्स फायर       -     63 इंच
  • सेल एस्पिलिनटर         -     18 इंच
  • फील्ड गन              -     48 इंच
  • मेडियम गन            -     72 इंच

 छुपाव(Concealment):ज़मीन और हवाई रैकी से छुपाव हो इसके लिए निचे दी हुई बातो का ख्याल रखना चाहिए !
  • ज़मीन की कुदरती बनावट : ज़मीन की कुदरती बनावट को तोडना नहीं चाहिए ! दरख्तों की लाइन और बंधो का पूरा पूरा फ़ायदा उठाना चाहिए !
  • ट्रैक्स  और टेलीफोन : पुराने रस्ते का इस्तेमाल करे नए रस्ते कम से कम बनाये ! नये रस्ते छुपे हुए पुराने रस्ते की तरह  ही हो !
  • स्थानीय सामान : सब सामान झ्डियो और घासों में छुपा देना चाहिए ताकि डिफेन्स के साथ मिलजाए !
  • खोदी हुई मिटटी : खोदी हुई मिटटी को साथ वाली ज़मीन से मिला दिया जाय या दबी ज़मीन में दबाकर कामोफ्लाज कर दिया जाय !
  • कामोफ्लाज नेट : कामोफ्लाज नेट का दुरुस्त उपयोग किया जाय की जिससे फायर और हरकत में रुकावट न पड़े !

Fire Trench
Fire Trench
 फील्ड फोर्टीफिकासन निम्न प्रकार के होते है :
  • फायर ट्रेंच(Fire Trench) : ज़मीन की सतह से नीचे खोदा गया वह मोर्चा जहा से एक या एक से अधिक जवान  अपने हथियार का कारगर फायर कर सके !
  • वेपन पिट (Weapon Pit): ज़मीन की सतह से निचे खोदा गया वह मोर्चा जहा से  हाई trajectory के हथियारों से फायर किया जा सकता है !
  • शेल्टर (Shelter): ऐसा खोदा गया मोर्चा जहा से जवान स्वयं को एयर ब्रस्ट स्पलिन्टर गोली या विरोधिओं व दुश्मन से नज़रि बचाओ कर सके और जवान इसमें कुछ दे आराम कर सके ! यह मोर्चों के पास और पीछे होता है !
  • बंकर/कमांड पोस्ट (Command Post): ज़मीन में खोदा गया वह बड़ा  मोर्चा जिसको over हेड प्रोटेक्शन दिया हो साथ में लूप होल फायर के लिए बनाया गया हो!
  • स्लिट ट्रेंच(Slit Trench):  ज़मीन की सतह से निचे खोदा हुआ वह मोर्चा जो थोड़ी देर के लिए दुश्मन के हवाई हमले से बचाए, जबकि फायर ट्रेंच की जरुरत न हो, जैसे की हार्बर या छोटे हालत के समय
  • फिक्स्ड डिफेन्स(Fixed defence) : ऐसा डिफेन्स जिसमे तमाम ट्रेंच सीमेंट या कंक्रीट के बने हो !
  • ब्रेस्ट वर्क(Brust work) : ऐसा इलाका जहा पर ट्रेंच न खोदा  जा सकेजैसे पथरीली और रेतीले इलाके वह जमीन के ऊपर ही सैंड बैग या पत्थर की मदद से बनाए जाते है उसे ब्रेस्ट वर्क कहते है !
  • डिफेंडेड बिल्डिंग(Defended building) : ऐसा माकन जिसको डिफेन्स के लिए इस्तेमाल किया जाय!
  •  ड्रेनेज (Drainage): डिफेन्स को ऐसी जगह पे बनाया जाय जहा पे पानी जमा नहीं होता हो !ऐसी जगह पे पानी जमा होने पर पानी को बहार निकलने के लिए ड्रेनज बनाया जाय ! जिससे की ड्रेनज के आदर इकठा पानी बहार निकल जाय !

  • रिवेत्मेंट(Revetment) : मोंचे के कंधो को वरिश और धमाके से बचने के लिए उसे रिवेत्मेंट किया जाता है वह दो प्रकार का होता है :

  1. स्किन रिवेत्मेंट(Skin revetment) :मोर्चे के कंधो को रोकने के लिए लकड़ी के प्लांक लोहे के चादर लगा दी जाती है और इसको पिस्त और तार से बांध दी जाती है !
  2. दिवार रिवेत्मेंट(Wall revetment) : सैंड बैग या दिवार बनाकर मोर्चे के दिवार को गिरने से रोका जाता है

  • ओवर हेड कवर(Overhead cover) : हवाई जहाज से छुपाने के लिए दरख्तों के निचे बनाना चाहिए !
  • ओवर हेड प्रोटेक्शन(Overhead protection) : शेल्टर या मोर्चा के ऊपर मिटटी या सीमेंट डाल कर बनायीं जाती है जिसमे की जवान अपनी बचाव स्पलिन्टर और  ब्रस्ट इत्यादि से कर सके ! डायरेक्ट हिट से बचाव मुश्किल है


 .फील्ड फोर्टीफिकेस्न के लिए जरुरी बाते (Important point for field fortification) :
  • फायर से कवर हो
  • दुश्मन को ज्यादा समय तक रोक सके
  • दुश्मन को धोखा देने के लिए छुपाव और कैमोफ्लाज में मदद दे सके
  • दुश्मन को रिक्की से रोकने के लिए लैंड माइंस और बूबी ट्रैप्स लगा हुवा हो 
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24 फ़रवरी 2016

लैटर बम को पहचानने का तरीका

जब भी हम बम या आई ई डी का नाम सुनते है ज्यादातर इससे एक खौफ और डर  पैदा होता है  लकिन उसके साथ साथ  जन मानस के मन में ये भी सवाल उठता है की  ये बम  क्या होता है और कैसे काम करता है (What is a bomb and how it works). आज का तो सिक्यूरिटी बातावरण देश के अन्दर या देश के बहार है उसको देखते हुए ये कह सकता है की बम से हम सब डरे लेकिंन इसके बारे  हम जाने भी क्योकि अगर इसके बारे में जानेगे तो अगर कभी खुदा ना खस्ता इससे सामान होगया तो अच्छी तरह से अपने आप और या दुसरो की बचाव कर सकते है ! 


इसलिय आज मै जिस बम के बारे में ब्लॉग कर रहा हु वो है लैटर/बुक बम ! ऐसे तो विकिपीडिया के अनुसार 1st पार्सल बम का घटना 19 जनवरी 1754 में हुवा था !उसके बाद भी पार्सल बम की बहुत से धटनाये  हुयी !ये पार्सल /लैटर/बुक बम क्या हिता है :-पार्सल /लैटर/बुक बम एक आर्डिनरी पार्सल/लैटर/या बुक  जो की डाक के द्वारा या स्पेशल मेस्संगेर के द्वारा किसी विशेष ब्यक्ति या ऑफिस को निशाना बनाने के लिए किया जाता है ! इसमें बम मैकेनिज्म को ऐसे डिजाईन किया हुवा रथ है की जैसे ही कोई ब्यक्ति इसको खोलता है ये एक्स्प्लोड़े हो जाता है और खोलने वाले को सीरियसली घायल करता है ! ऐसे भी देखा गया है है की बहुत बार इसमें एक्स्प्लोसिवे के जगह केमिकल या जैविक पदार्थ भी इसमें भरा रहता है जो उस पार्सल कोखोलने के संपर्क में आने के कारन बीमार कर देता है ! वर्ष  2001 में  anthrax attacks, हुवा था जो की  Amerithrax  के नाम से जाना गया था इसमें भी भेजने वाले ने एंथ्रेक्स बीमारी को फ़ैलाने वाली बैक्टीरिया को लैटर में भर केअमेरिका के बहुत से मीडिया हाउसेस को  भेजा  था !
 पार्सल/लैटर बम भी और सब बोम्बो की तरह ही सभी तरह की कॉम्पोनेन्ट होते है :
  1. बारूद : प्लास्टिक एक्स्प्लोसिवे ,LE, सिट एक्स्प्लोसिव!
  2. Detonator: फ्लैट हेड  detonator OD या ED.
  3. स्विच 
  4. पॉवर सोर्स : बटन सेल , टोर्च सेल  थिकनेस 3mm

बम का प्रभाव (Effect of Bomb):


  1. लो एक्सप्लोसिव -  जलाएगा  और घायल करेगा 
  2. हाई एक्सप्लोसिव -   गंभीर इंजुरी या मौत भी हो सकता है !
  3. अगर एक्स्प्लोसिवे की तदाद 42 ग्राम है तो सीरियस इंजुरी या मौत हो सकता है 
  4. अगर एक्स्प्लोसिवे की तदाद 84 gram या उससे ज्यादा हुवा तो निश्चित मौत हो !
for policeman- letter bomb
लैटर बम  सोर्स अमेरिकन पोस्टल सर्विस.

पार्सल या लैटर बम की पहचान :  ऐसे तो की भी बम को बिना इक्विपमेंट पहचानना उतना असन नहीं है लेकिंन फिर भी कुछ  मनोविज्ञान तरीके और अपने अनुभव के अधर पे एक  पार्सल या लैटर बम की पहचान  हम निम्न तरीके से कर सकते है !

  1. आवश्यकता से ज्यादा पोस्टल स्टाप लगा होना !
  2. स्पेल्लिंग की गलती नाम और पते के अन्दर !
  3. भिज्नेवाले की पता नहीं लिखा हुवा होना !
  4. एन्वेलोप के अन्दर छिद्र का होना !
  5. किसी अंजन व्यक्ति के द्वारा भेजा जाना !
  6. गोपनीय और अति गोपनीय की अनावश्यक मार्की का होना !
  7. हाथ से या पुअर हैण्ड व्रित्तिंग में लिखा हुवा होना 
  8. गलत टाइटल का लीखा होना 
  9. तेल का लगा होना या बदरंग  एन्वेलोप (OIL STAIN और DISCOLOR)
  10. ज्यादा वजन या बड़ा आकार का होना !
  11. रिजिड एन्वेलोप 
  12. लैप साइडेड और UNEVEN एन्वेलोप 
  13. PROTRUDING WIRE/TIN FOIL
  14. स्मेल करना 
ये जो ऊपर बताया गया है ओ पूरी तरह से एक्यूरेट हो ऐसा नहीं कहा जा सकता है लेकिंन ये अनुभव के अनुअर लिस्ट आउट किया हुवा है ऐसे तो सही अनुमान लगाने के लिए एक्स्प्लोसिवे डिटेक्टर या एक्स्प्लोसिवे  स्कैनर की जरुरत पड़ेगी.
अगर आपको लगता है की इसके अलावा भी कुछ और इस लिस्ट में  लिखा जाना चाहिए तो  तो कृपया निचे कमेंट बॉक्स में लिखे  की दुसरे लोग पढ़ कर जानकारी हासिल कर सके और इस तरह से आप दुसरे को मदद कर सकते है.और अगर आप इस पोस्ट को लाइक करते है तो कृपया शेयर करे twitter.com या google plus पे और email address enter कर सब्सक्राइब भी कर सकते , जिससे की दुसरे भी इसे पढ़ सके.   


19 फ़रवरी 2016

बारूद का इतिहास

ये निश्चित तौर पे नहीं कहा जा सकता है की कौन सा देश ने बारूद को  इन्वेंट  किया और जो कोई  थोडा तथ्य उपलब्ध है उसके उनुसार चाइना में सबसे पहले बारूद अविष्कार  हुवा !और पटाखे का भी इन्वेंशन सबसे पहले चाइना में हुवा! इसके साथ चाइना ही ओ पहला देश था जिसने बारूद को लडाई के दौरान इस्तेमाल किया.
The father nation of explosive is China.  Firecracker was also invented by China and China was the first country which used explosive in war.
Here I would like to list out name of some explosives, year of invention and  name of inventor which was taught to us in BDDS Training.


अब मै कुछ बारूदो का नाम, अविष्कार का साल  और अविश्कारक का  नाम लिस्ट आउट करूँगा जो हमे बम डिस्पोजल ट्रेनिंग के दौरान बताया गया था.

  1.  ब्लैक पाउडर (Black  Powder)                                   1252                        Roger Becon
  2. गन कॉटन  (Gun Cotton)                                           1846                        Schon Bein
  3. निट्रो ग्लिसरीन (Nitro Glycerine)                              1847                        Aslahyo Sabrbr
  4. डायनामाइट(Dynamite)                                             1805                        Albert Bernard Noble
  5. डेटोनेटर(Detonator)                                                   1867                        Albert Bernard Noble  
  6. आर डी एक्क्स(RDX)                                                 1898                        Henning
  7. एटम बम (Atom Bomb)                                            -                               Ruther Ford 
  8. प्रोपोल्लेंट (Propellant)                                               1339  
  9. फुल्मिनेंट (Fuminate)                                                1779                        Kainkel 
  10. Mercury fulminate                                                   1779                        Howard 
  11. सेफ्टी फ्यूज(Safety Fuse)                                          1831                        William form
  12. TNT                                                                          1863                        Wilbert 
  13.  Electric Blasting                                                      1876                        H.Jofir 
  14. PTN                                                                          1897
  15. Picric Acid                                                               1887
ये लिस्ट मेरे तरफ से रहा अगर आपके पास कुछ और है तो उसे कमेंट बॉक्स में लिखे जिससे की दुसरे लोग पढ़ कर जानकारी हासिल कर सके और इस तरह से आप दुसरे को मदद कर सकते है.और अगर आप इस पोस्ट को लाइक करते है तो कृपया शेयर करे twitter.com या google plus पे जिससे की दुसरे भी इसे पढ़ सके.





20 मार्च 2014

बम डिस्पोजल स्क्वाड से सम्बंधित कुछ शब्द और उनके फुल्फोर्म

इस ब्लॉग पोस्ट में आप बम निरोधक दस्ते से सम्बंधित कुछ शोर्ट वर्ड है उसके फुल फॉर्म्स के बारेमे जानेगे !

These are some abbreviated BDDS related words and its full-form :(BDDS से सम्बंधित कुछ छोटे शब्द एवं उनका मतलब)

फुल फॉर्म(BDDS Related Words and full forms) 
  • BDDS- Bomb Detection and Disposal Squad  
  • PEK- Plastic Explosive Kirkee
  • TNT-Tri Nitro Toloine
  • CE-Composition Explosive
  • RDX-Research & Development Explosive 
  • HMX-High Melting Explosive
  • LTPE-Low Temperature Plastic Explosive
  • PETN-Pentra Erithral Tetra Nitrate
  • ANFO-Ammonium Nitrate Fuel oil
  • LOX-Liquid Oxygen Explosive
  • FLSC-Flexible Linear Shaper charge
  • TATP-Tri Acetone Tri Proxie
  • SF-Safety Fuze
  • RSP-Rendering Safe Position
  • PBX-Plastic Bonded Explosive
  • SRT-Shock Wave retraction Tape
  • PLX-Picatani Liquid Explosive
  • OD-Ordinary Detonator
  • ED-Electric Detonator
  • VOD-Velocity of Detonation
  • GC-Gun Cotton
  • HMTD-Hexa Mithaline tri proxidediam
  • CLC-Cutting liner charge
  • MNT-Mono Nitro Touline
  • IED-Improvised Explosive Devise
  • OHP-Over head Projector
  • NMM-Non Metallic Model
  • ND-Non Detectable
  • ILM-Improvised Land Mine
  • LBD-Letter Bomb Detector
  • DSMD-Deep search Metal Detector
  • HHMD-Hand Held Metal Detector
  • DFMD-Door frame Metal Detector
  • NLJD-Non Linear Junction Detector
  • PBC-Printed Board Circuit
  • EVD-Explosive Vapor Detector
  • VIPER-Vapor Intensifier Plastic Explosive Recognizer
  • NLDM-Non Liner Dependent of Ion Mobility of electric field
  • ASC-Anti Sabotage Check
  • RCV-Remote Control Vehicle
  • NWJD-Neutral Water Jet Disruptor
  • EOD-Explosive Ordinance Disposal.
यह एक एक्सक्लूसिव लिस्ट नहीं है जैसे जैसे मुझे नए शब्द मिलेंगे इसमें  में जोड़ते जाऊंगा !उम्मीद है की यह छोटा पोस्ट आप को पसंद आयेगा  !  अगर कोई कमेंट होतो निचे के कमेंट बॉक्स में जरुर लिख े! इस ब्लॉग  को सब्सक्राइब औत फेसबुक पर लाइक करे और हमलोगों को और अच्छा करने के लिए प्रोतोसाहित!

इसे भी जरुर पढ़े 
  1. पीटी का इतिहास, सिस्टम, पीटी का उद्देश्य और पीटी का उसूल
  2. फिजिकल ट्रेनिंग में इस्तेमाल होने वाले इक्विपमेंट और उसका अहमियत
  3. पुलिस फिजिकल ट्रेनिंग के सिद्धांत, उसूल और हादसे रोकने के तरीका
  4. योग और शारीरिक व्याम में इसका महत्व
  5. 9mm पिस्तौल के चाल और चाल में सामिल होने वाले हिस्से पुर्जे
  6. 9 mm पिस्तौल में पड़ने वाले रोके और उसे दूर करने का तरीका
  7. 9mm कार्बाइन मचिन के रोके और उसे दूर करने का तरीका
  8. इंसास राइफल के थ्री ब्रस्ट मेचानिस्ज्म की चल और पुर्जे
  9. जनरल टेक्निकल डिटेल्स 5.56 mm इंसास राइफल के कार्ट्रिज के बारे में
  10. इंसास राइफल की दुरुस्त ट्रिगर ऑपरेशन
  11. 36 ग्रेनेड के बेसिक जनरल डाटा और ग्रेनेड का इस्तेमाल और पार्ट्स के नाम
  12. नॉ-36 ग्रेनेड का खोलना जोड़ना और ग्रेनेड की चाल
  13. ग्रेनेड के हमला से बचाव और ग्रेनेड फेकने का तरीका !
  14. ट्यूब लौन्चिंग MK-I का बेसिक डाटा और विशेषताए
  15. राइफल ग्रेनेड फायर करने का तरीका और चाल

बम निर्धक दस्ते का कार्य

इस ब्लॉग पोस्ट में हम बम निरोधक दस्ते का बनावट और उसका काम के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे !(BDDS ke banawat aur kam)

ऐसा तो बम निराधक दस्ते का छोटे छोटे बहुत से कार्य है,  लेकिंन  मुख्य कार्य होता है उसे हम निम्नलिखित में बांट सकते है. (besides some smalls smalls duties we can divide the BDDS roll in following:)
  • Detection and disposal of any type of IED(Improvised Explosive Devise) and bomb.
  • Handling of BDD equipment.
  • To perform any sabotage check.
  • To conduct training and familiarization training on BDD subject.


Composition of BDDS(Bomb Detection and Disposal Squad)(बम निरोधक दस्ते की बनावट)

  • Inspector-01
  • Sub-Inspector-02
  • Bomb Technician-04
  • Driver with vehicle- 01 
इस प्रकार से यहाँ बम निरोधक दस्ते के काम और बनावट से सम्बंधित पोस्ट समाप्त हुई !उम्मीद है की यह छोटा पोस्ट आप को पसंद आएगा ! अगर कोई कमेंट होतो निचे के कमेंट बॉक्स में जरुर लिखे ! इस ब्लॉग  को सब्सक्राइब औत फेसबुक पर लाइक करे और हमलोगों को और अच्छा करने के लिए प्रोतोसाहित !
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  6. पीटी का इतिहास, सिस्टम, पीटी का उद्देश्य और पीटी का उसूल
  7. फिजिकल ट्रेनिंग में इस्तेमाल होने वाले इक्विपमेंट और उसका अहमियत
  8. पुलिस फिजिकल ट्रेनिंग के सिद्धांत, उसूल और हादसे रोकने के तरीका
  9. योग और शारीरिक व्याम में इसका महत्व

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