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19 July 2017

ड्रिल की बुरी आदते तथा ड्रिल की सिखलाई देने की तरतीब

ड्रिल का ट्रेनिंग देते समय यह देखा गया है की ट्रेनीज कुछ ऐसी आदते सिख लेते है जो की डएक अच्छी ड्रिल को भी बुरी बना देती है ! इस पोस्ट में हम ड्रिल के बुरी आदते कौन कौन सी है और ड्रिल की सिखलाई देने के तरतीब(Drill ke buri aadate aur drill sikhlai dene ke tartib kaise ho) के बारे में जानेगे !





ड्रिल का ट्रेनिंग देते समय अगर एक ट्रेनीज को अच्छी आदते और ड्रिल के बुरी आदतों के बारे में नही बताया jay तो बहुत बार ऐसा हो ता है की एक ट्रेनीज अनजाने या जानते हुए कुछ इसी हरकते करता है तो जो दूर से देखने में अच्छा नहीं लगता है और पूरा ड्रिल को ख़राब कर देता है !

इसलिए यह ड्रिल इंस्ट्रक्टर का कम है की वह हर के ट्रेनीज के ऊपर ध्यान दे और हर एक ट्रेनीज को ड्रिल की बुरी आदते कौन कौन सी है जिसे नहीं करना चाहिए !

इस पोस्ट को अच्छी तरह से समझने के लिए हमने इस पोस्ट को निम्नलिखित भागो में बाँट दिया है !
ड्रिल इंस्ट्रक्टर 


  1. ड्रिल की बुरी आदते (Drill ke buri aadate)
  2. ड्रिल की सिखलाई की तरतीब drill sikhlai dene ke tartib kaise ho)
  3. ड्रिल उस्ताद के गुण (Drill ustad/instructor ke gun)
  4. ड्रिल के सिखलाई का पीरियड और बंदोबस्त कैसा हो (Drill ke sikhlai ka period aur bandobast)
जरुर पढ़े :ड्रिल में अच्छी पॉवर ऑफ़ कमांड कैसे दे सकते है

1.ड्रिल की बुरी आदते (Drill ke buri aadate): ड्रिल करते समय कुछ ट्रेनीज ऐसी कुछ हरकते सिख लेते है जोकि ड्रिल ट्रेनिंग के बुरी आदतों में सामिल है ! ड्रिल ट्रेनिंग की कुछ बुरी आदते इस प्रकार से है जैसे :

  • आँख का घुमाना (rolling of eyes): आँख को बार बार इधर उधर घुमाना ड्रिल में गलत मन जाता है !
  • कूदना और फुदकना : मार्चिंग या ड्रिल का हरकत करते समय कूदक कूदक का मार्च करना गलत मन गया है !
  • पांव को घसीट कर चलना : मार्चिंग या ड्रिल के किसी उर हरकत के दौरान पांव को घसीट कर रखना गलत मन गया !
  • एडियो को टकराना : मार्चिंग के दौरान एडियो को आपस में टकरा के मार्च करना !
  • बूट में अंगुलिओं को हरकत देना : बूट के अन्दर अंगुलिओं का हरकत देना कोई बुरी आदत नहीं है लेकिंन अंगुलिओं का मूवमेंट ऐसी नहीं होना चाहिए की ओ बहार से दिखाई दे !
  • अनावश्यक हरकत करना : ड्रिल के दौरान अनावश्यक हरकत को भी ड्रिल की बुरी आदत मानी जाती है !
  • मार्चिंग के दौरान निचे देखना!
  • आगे या पीछे झुक कर मार्च करना  यदि !
2. ड्रिल की सिखलाई की तरतीब drill sikhlai dene ke tartib kaise ho):ड्रिल इंस्ट्रक्टर के लिए स्क्वाड को ट्रेनिंग देना का तरतीब  निम्न प्रकार के होनी चाहिए :

  • स्क्वाड उस्ताद के गिर्द आधे देरे में हो 
  • स्क्वाड का मुह सूरज और सड़क के बरखिलाफ हो 
  • ड्रिल ट्रेनिंग ऐड स्क्वाड से 15 कदम की दुरी पर हो 
  • नई लेसन शुरू  करने पे पहले पिछले लेसन के ऊपर दोहराई ली जाये !
  • ड्सबक का उद्देश्य साफ साफ और दोहराई करा के बताये 
  • सबक का दुरुस्त नमूना दे 
  • गिनती से नमूना दे 
  • गिनती और बयाँ से नमूना दे 
  • अगर गिनती नहीं है तो बयान के साथ नमूना 
  • अगर सबक लम्बा हो तो एक मूवमेंट और उसकी बयाँ कर के बताये 
  • गिनती से अभ्यास और वर्ड ऑफ़ कमांड  उस्ताद बताएं 
  • खुसी से अभ्यास और वर्ड ऑफ़ कमांड उस्ताद बताएं 
  • समय पुकारते हुए अभ्यास वर्ड ऑफ़ कमांड उस्ताद बताएं 
  • समय के अंदाजे से अभ्यास और वर्ड ऑफ़ कमांड उस्ताद बताएं 
  • स्क्वाड के दो अच्छे जवानों का नमूना 
  • सबक सम्पति से पहले कोई शक और सवाल पूछे 
  • अंत में संक्षेप बताये 

3.ड्रिल उस्ताद के गुण (Drill ustad/instructor ke gun): एक अच्छे ड्रिल इंस्ट्रक्टर के अन्दर क्या क्या अच्छे गुण होने चाहिए उसका कुछ लिस्ट निम्न प्रकार से है :

  • फुर्तीला हो 
  • ड्रिल में की जाने वाली हरकतों का दुरुस्त नमूना दे सके 
  • क्लास को सिखाली साफ और दुरुस्त तरतीब से दे सके 
  • स्क्वाड के गलतियो को फ़ौरन अच्छी तरह से दुरुस्त कर सके 
  • वर्ड ऑफ़ कमांड अच्छे तरह से उछि आवाज में दे सके 
  • क्लास में कभी भी ढीलापन न आने दे 
  • हमेश उच्चे दर्जे के डिसिप्लिन को कायम रखे 
  • सहनशील हो 
  • निष्पक्ष हो 
  • शारीरिक गठन स्मार्ट हो यदि 

4.ड्रिल के सिखलाई का पीरियड और बंदोबस्त कैसा हो (Drill ke sikhlai ka period aur bandobast): सिखलाई और बंदोबस्त के दौरन ध्यान में रखने की बाते निम्न प्रकार से है :
  • ड्रिल तरतीब से सिखाई जाये 
  • ड्रिल की एक हरकत पे 15 मिनट से ज्यादा समय न लिया जाय 
  • एक पीरियड 40 मिनट से ज्यादा का न हो 
  • रिक्रूट की ट्रेनिंग के दौरान एक दिन में 3 पीरियड से ज्यादा ना चलाया जाएँ 
  • उस्ताद को चाहिए के सबक के आखरी 5 मिनट में स्क्वाड जो हरकत अच्छी तरह कर सकते हो  उन हरकतों को प्रोतोसाहित करनी चाहिए ताकि उन हरकतों को जिससे जवान को अपने काम पर भरोसा हो जाता है !
  • स्क्वाड को छोड़ने से पहले उनके शक और सवाल पूछ कर और दूर करके ही छोड़ना चाहिए !  
इस प्रकार से पुलिस की छवि और उसके नफा नुकशान से सम्बंधित पोस्ट समाप्त हुवा ! उम्मीद है की पोस्ट पसंद आएगा ! अगर ब्लॉग या पोस्ट से सम्बंधित कोई सुझाव हो तो निचे के कमेंट बॉक्स में जरुर लिखे ! इस ब्लॉग को सब्सक्राइब या फेसबुक पेज को लाइक करके हमलोगों को प्रोतोसाहित करे !
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