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20 April 2018

SSG-69 राइफल की विशेषताए और सुरक्षित इस्तेमाल के लिए ध्यान में रखने वाली बाते

पिछले पोस्ट में हमने SSG-69 राइफल के बेसिक टेक्निकल डाटा की जानकारी हासिल की इस पोस्ट में हम SSG-69 राइफल की विशेषताए और इस्तिमाल के समय बर्तने वाली  सावधानिया !


जैसे की हमने पिछले पोस्ट में ही जान चुके है की SSG-69 स्नाइपर राइफल ऑस्ट्रिया का बना हुवा है ! यह राइफल सन 69 में बना और इस्तेमाल में लाया गया इसीलिए इसे नाम के साथ 69 जोड़ दिया गया ! 

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आज के समय  का यह एक बहुत ही बेहद कामयाब स्नाइपर  राइफल है जिसका इस्तेमाल विश्व के बहुत सारे  देशो  के आर्म फाॅर्स कर रही है और अपने यहाँ भी बहुत सारी सिक्योरिटीज फोर्सेज जैसे BSF और Cobra of CRPF यदि इसका इस्तेमाल करती है !

इस पोस्ट में हम निम्न बातो को जानेगे :
1. SSG-69 स्नाइपर राइफल की विशेषताए
2. SSG-69 राइफल के इस्तेमाल के समय ध्यान में रखने वाली  बाते 
3.SSG-69 राइफल  साथ हिफाजती करवाई 

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1. SSG-69 स्नाइपर राइफल की विशेषताए: यह राइफल BSF और CRPF यदि में इस्तेमाल की जाती है  अनुभव के अनुसार इस राइफल की कुछ विशेषताए इस प्रकार से :

  • राइफल का वजन हल्का तहत कलर हल्का ग्रीन होने के कारन इसे लाना ले जाना  और छुपाना आसान है !
  • लम्बे रेंज तक कारगर है !
  • बैरल ऊपर से खुली होने के कारन हवा से ठंढी हो जाती है 
  • डेसर्ट और उचाई  वाले जगहों पे भी काफी कामयाब है !
  • मग्जिन के विन्डो गिलास से गोली की गिनती आसानी से की जा सकती है !
  • बैरल मजल कैप से बंद रहने के कारन धुल मिटटी आसानी से अन्दर नहीं जाते है बैरल में !
  • ट्रिगर प्रेशर और पुलाव को एडजस्ट किया जा सकता है !
  • बट की लम्बाई को स्पसर निकाल कर एडजस्ट किया जा सकता है !
  • पुरानी राइफल की उलना में इस राइफल का ज़ेरोइंग करना असान है !
  • टेलेस्कोप  के मदद से टारगेट की दुरी का स्टिक अनुमान लगाया जा सकता है !
  • बैरल और चैम्बर काफी मजबूत है !
  • सफाई करना असान  है 
  • 20000 राउंड्स फायर करने के बाद भी इस राइफल के अकुरेसी पे कोई फर्क नहीं पड़ता है !
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2. SSG-69 राइफल के इस्तेमाल के समय ध्यान में रखने वाली  बाते :अगर राइफल और टेलीस्कोपिक साईट को शुरू से ही सावधानिय के साथ इस्तेमाल किया जाए तो यह राइफल हर समय लड़ाई के लिए फिट रहेगा !हर जवान जो स्नाइपर राइफल को इस्तेमाल करता है उसे मालूम होना चाहिए की  उसके राइफल की काबिलियत  लड़ाई में एक महत्वपूर्ण भूमिका टेलीस्कोपिक साईट को सह ढंग इस्तेमाल किया है ! रोजाना हैंडलिंग के बाद राइफल तथा इसके तेलेस्क्पिक साईट का निरिक्षण कर  चाहिए ! और निम्न बातो का ख्याल रखना  :

  • राइफल को गिरने तथा किसी चीज से टकराने से बचाना चाहिए !
  • किसी चीज के निचे राइफल को नहीं रखे और किसी चीज को इसके सहर देकर न रखे जो की गिरने से इस राइफल को नुकशान पहुचाये !
  • कोई इक्विपमेंट की इस राइफल से लटका कर ना रखे !
  • बैरल को हमेश धुल मिटटी व पानी से बचाए 
  • गाड़ी में कभी भी टेलीस्कोपिक साईट लगाके मूवमेंट न करे !लड़ाई के खास हालत में माउंट किया जा सकता है !
  • जहा तक संभव हो मजल पे मजल कवर को  लगा के रखे !

3.SSG-69 राइफल  साथ हिफाजती करवाई : फायरिंग के दौरान राइफल को ओवर हिटिंग से बचाना चाहिए !क्यों की बैरल जितना गर्म होगा गोली के मार उतना ही  फर्क पड़ेगा !इसलिए लगतार  10 राउंड फायर करना हो तो बोल्ट को पीछे खोल के रखना चाहिए जिससे बैरल के अन्दर ठंढी हवा जा सके ! फायरिंग के दौरान ऑय क्लीयरेंस हमेश 6 सेमी से 8 सेमी रखे !

इस प्रकार से SSG-69 राइफल को सही तरीके से इस्तेमाल करने पर लम्बे समय तक कारगर रहता है !

इस प्रकार से SSG-69 राइफल की विशेषता तथा इस्तेमाल किए ध्यान में रखने वाली बाते से सम्बंधित  संक्षिप्त पोस्ट समाप्त  हुई !उम्मीद है की पोस्ट पसंद आएगा ! अगर ब्लॉग या पोस्ट से सम्बंधित कोई सुझाव हो तो निचे के कमेंट बॉक्स में जरुर लिखे ! इस ब्लॉग को सब्सक्राइब या फेसबुक पेज को लाइक करके हमलोगों को प्रोतोसाहित करे !
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