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22 February 2017

3 तरीके दुश्मन के फायर पोजीशन को पता लगने के

पिछले पोस्ट में हमने कारगर फायर आने पे क्या करवाई करनी चाहिए इसके बारे में जानकारी शेयर र की इस पोस्ट में हम सेक्शन बैटल ड्रिल के एक महत्वपूर्ण लेसन दुश्मन के फायर पोजीशन को पता लगने के(Dushman ko pata lagane ke tarike ) बारे में जानकरी शेयर करेंगे !



इस पोस्ट पढ़ने के बाद आप इन सेक्शन बॉटल ड्रिल के इन बातो के बारे में जानकारी पहासिल करेंगे !
  1. दुश्मन के फायर पोजीशन का पता लगाना (Dushman ke fire position ko pata lagane ka tarika)
  2. टारगेट बताना (Target batane ka tarika)
  3. दुश्मन के फायर को अपने फायर से नाकारा करना (Dushman ke fire ko nakara banane ka)
1.  दुश्मन की पोजीशन का पता लगाने का तरीका (Enemy ke fire position ka pata lagane ka tarika): दुश्मन की पोजीशन का पता लगाना अक्सर आसान नहीं होता है क्यों की दुश्मन भी ट्रेनिंग पाए हुवे होता है और उसे भी मालूम है की जिसकी पोजीशन जल्दी जाहिर हो गई तो वह एक  आसान टारगेट बन जायेगा !

इसलिए  दुश्मन की पोजीशन का पता न लगा सकने की स्तिथि में सेक्शन के बैगैर कैसुअलिटी उठाए हुए आगे बढ़ना मुश्किल है सिवाए जब की धुएं की पर्दा हो ! और ऐसी हालात में सेक्शन अपना काम नहीं कर सकता है और पलटन का एडवांस रूक जायेगा !

दुश्मन की पोजीशन का पता लगाने का तरीका : पोजीशन का पता लगाने का ड्रिल तीन भागो में होता है !
Indication of Target (प्रतीकात्मक)
  • देख भाल से (Dekh bhal se position pata karna): उस इलाके की तरफ देखो जिस तरफ से फायर आया है ! गोली फायर होने और टकराने की आवाज़ रेंज मालूम करने मदद देती है ! अगर 30 सेकंड या इससे थोड़ा ज्यादा समय तक कुछ दिखाई नहीं देता तो देखभाल से  दुश्मन का पता लगाना मुश्किल है!
  • फायर से(Fire se position pata karna) :- सेक्शन कमांडर अपने २ जवानों को किसी शकील जगह पर दो दो राउंड फायर करने का हुकुम देगा ! बाकि सेक्शन के जवान उनके फायर की हद में देखभाल करेंगे ! अगर ऐसा करने से शत्रु का कोई जवान जवाबी फायर करता है तो उससे शत्रु का पोजीशन पता चल जायेगा ! अगर शत्रु की और से कोई फायर नहीं आया तो सेक्शन कमांडर अपने दो और दूसरे जवानों से दो- दो राउंड फायर करने का आदेश देगा अगर इसपे भी दुश्मन की और से कोई फायर नहीं आया तो समझना चाहिए की दुश्मन या तो बहुत ही उच्च कोटि का ट्रेनिंग पाया  दुश्मन उस लोकेशन से लौट के चला गया है ! 
  • हरकत से(Harkat se position pata karna) : सेक्शन कमांडर अपने 2 जवानों को  करीब 10  गज के दुरी पर आगे की तरफ किसी दूसरे आड़ को दौड़ के पकड़ें  का आदेश देता है ,अगर इस हरकत पे भी  दुश्मन ने फायर न खोल हो तो यह करवाई  ! अगर  शत्रु फिर भी फायर नहीं करता  और वह वहां पे है तो समझ लेना चाहिए की वह बहुत ही अच्छी तरह से सिखलाई  पाया हुवा है और हमारी चालाकियो में आकर ऐसी मुश्किल टारगेट के ऊपर फायर नहीं खोलेगा !अगर शत्रु फिरभी किसि किस्म की करवाई नहीं करता है तो कमांडर को चाहिए की वह अपना एडवांस शुरू करे  ! 

2 . टारगेट बताना(Indication of target) : अगर सेक्शन में कोई जवान सेक्शन कमांडर से पाहिले दुश्मन का पता लगा लेता है तो उसे  अपनी राइफल में  ट्रेसर भरना चाहिए और उच्ची आवाज़ से पुकारना चाहिए "मेरा ट्रेसर को देखो(Mera tracer dekho) " और फिर  फायर कर देना चाहिए ! यह फायर उस समय तक जारी रखना चाहिए जब तक की सेक्शन कमांडर अपना फायर कण्ट्रोल आर्डर न देदे ! इस से यह फायदा होगा :
  • एक तो आम जवान अच्छी तरह से फायर आर्डर नहीं दे सकता और दूसरा टारगेट को जल्दी से   जल्दी से सही बयान नहीं कर सकता!
  • इस तरह से ट्रेसर की मार पर सेक्शन कमांडर आसानी से फायर कण्ट्रोल आर्डर दे सकता  है जिससे की वक्त की बचत हो सकती है !
  • दुश्मन को पता लगते ही कुछ फायर जल्दी से डाला जा सकता है !
3.  शत्रु के फायर को अपने फायर नाकारा करने का तरीका (Shatru ke fire ko nakara banane ka tarika):यह करवाई निचे के मुताबिक की जाएगी :
  • जैसे ही सेक्शन कमांडर को शत्रु के पोजीशन का पता चल जाता है और उसे लगता है की शत्रु हमारे हथियार के कारगर रेंज में है वह वैसे फायर कण्ट्रोल आर्डर दे कर शत्रु के ऊपर फायर डलवाता है, ताकि शत्रु के सर को दबाने के लिए  सेक्शन का फायर काफी तादाद  जा सके ! अगर सेक्शन के कुछ जवान पहले  अपना फर्रे शुरू कर चुके हो तो सेक्शन कमांडर फायर कण्ट्रोल आर्डर देने से पहले "स्टॉप" का हुकुम देकर फायर पर कण्ट्रोल करेगा ! 
  • दुश्मन के फायर को नाकारा कर चुकने के बाद भी सेक्शन कमांडर का फायर शत्रु के ऊपर डालते रहना चाहिए ताकि वह असाल्ट करने के लिए हरकत  नजदीक न आ पाए ! 

इस पोस्ट से आप इन सवालो का जवाब भी जान गए होंगे :
  1. दुश्मन के पोजीशन को पता लगाने के लिए कितने तरीके है ?
  2. ट्रेसर फायर करने के क्या फायदे ?है 
  3. दुश्म न असाल्ट न कर सके इसके लिए सेक्शन कमांडर को क्या करना चाहिए ?
इस प्रकार से दुश्मन के लोकेशन पता करने से सम्बंधित संक्षिप्त पोस्ट समाप्त हुई उम्मीद है की पोस्ट पसंद आएगा अगर कोई कमेंट होतो निचे के कमेंट बॉक्स में लिखे! इस ब्लॉग को सब्सक्राइब और फेसबुक पर लाइक  तथा शेयर करके हमलोगों को प्रोतोसाहित करे

download 3 tarike dushman ke fire ka pata lagane ka 

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