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16 March 2016

AKM का चाल और उसका पार्ट्स का नाम

आज का पोस्ट का विषय है AKM("Kalashnikov modernized automatic rifle") Assult राइफल की चाल और इसके मुख्य मुख्या पार्ट्स ! किसी हथियार की चाल उसको चलने वाले को मालूम होने से ये फयदा होता है की ऑपरेशन के दौरान अगर कोई रोके पडा जाये तो अगर चाल मालूम है तो हम उसके रोको का करण जन सकते है और उसका जल्द से जल्द निवारण भी कर सकते है और फिर से उस हथियार को हम ऑपरेशन में सामिल कर सकते है ! ऐसे इंसास राइफल AKM से ही inspire हो के बना है इसलिए इंसास राइफल की चल और AKM की चाल में कोई ज्यादा अंतर नहीं है . AKM का चाल भी 8 भागो में पूरा होता है जैसे की इंसास राइफल का है .



AKM के चाल बताने से पहले मै AKM अस्सुल्ट राइफल के मुख्य मुख्य पार्ट्स के नाम लिस्ट आउट करता हु जो की इस प्रकार से है:
 (i) फायर सिलेक्टर (ii) ट्रिगर , (iii)ट्रिगर हैमर ,(iv)फायरिंग पिन , (v) पिन रिटर्नर  (vi)चैम्बर वाल (vii )गैस वेंट (viii)गैस सिलिंडर (ix) गैस एस्केप होल (x) पिस्टन हेड  (xi) पथ वे (xii)लॉकिंग लग (xiii) रियर कैप व्हील (xiv)एक्सट्रैक्टर (xv ) रिसीवर रॉक्स (xvi)हैमर हेड (xvii )रेकोइल स्प्रिंग (xviii)हाउसिंग (xix) feed पिस (xx) बुलेट गुइड (xxi)चैम्बर (xxii)सेफ्टी सियार की नोच (xxiii)फोरे साईट (xxiv )बैक साईट (xxv)कोचिंग हैंडल (xxvi) फ़्लैश एलिमिनाटर (xxvii ) फ्रंट हैण्ड गार्ड  (xxviii) पिस्तौल ग्रिप (xxix) बरेल (xxx)एजेक्टोर, इत्यादि !

AKM का चाल
जैसे की मै ऊपर बताया हु की इंसास की चाल और AKM का चाल मिलता जुलता है तो वैसे ही इंसास की तरह ही AKM का चाल 8 भागो में पूरा होता है और वो भाग इस प्रकार है !

FIR-UNLOCK-EXTRACT-EJECT-FEED-LOAD-LOCK-COCK

  1. FIRE : फायर सिलेक्टर को जब फायरिंग पोजीशन पर करके जब ट्रिगर दबाते है तो ट्रिगर सियर का मिलाप टूट जाता है ! जिससे हैमर अपने एक्सेस पास घूम कर फायरिंग पिन रीटर्नर पर ठोकर मरता है . जिससे फायरिंग पिन अपने होल निकल कर चैम्बर वाले राउंड के पेंदे पर ठोकर मरता है जिससे गोली फिरेहो जाती है ! इस एक्शन को फायर का एक्शन कहते है!
  2. UNLOCK: गोली फायर होने पर गैस पैदा होती है , पैदा हुयी गैस बुलेट को बरेल में आगे धकेलती है जब बुलेट गैस वेंट के पास से गुजरती है तो कुछ गैग, गैस वेंट से होकर गैस सिलिंडर में दाखिल हो जाती है ! यह गैस पिस्टन हेड पर दबाव डालती है जिससे रिसीवर पीछे की हरकत करता है! रिसीवर की पीछे के हरकत के दौरान रोटेटिंग बोल्ट का गाइड लग पथ वे की मदद से दायें से बाएं इतना घूमत जाता है की रोटेटिंग बोल्ट का गाइड लेग रियर कापबले से फ्रंट कापबले में आ जाता है! जिससे रोटेटिंग बोल्ट का लॉकिंग लेग दाहिने से बाएं घूमकर बॉडी लॉकिंग मेन रेसस्सेस से अलंग हॉट जाता है ! इस एक्शन  को अनलॉक की का एक्शन कहते है !
  3. EXTRACT: अनलॉक के बाद रोटेटिंग बोल्ट भी रिसीवर के साथ पीछे का हरकत करता है ! इसी दौरान एक्सट्रैक्टर खाली केस को पकड़ कर चैम्बर से बहार खीच कर लता है इस एक्शन को एक्सट्रेक्ट का एक्शन कहते है 
  4. EJECT: जब चाल वाले पुर्जे की पिछे की हरकत के दौरान रिसीवर रोक्स हैमर को पहले थोडा नीछे दबा देता हा इसके बाद हैमर हेड  हैमर को पीछे दबाते हुए पीछे पीछे जाता है जिससे सेफ्टी सियर की नोज हैमर का कटाव से मिला हो जाता है और रिटर्निंग स्प्रिंग अपने हाउसिंग में पूरा समां जाता है इसके दौरान फायर केस एजेक्टोर से टकरा कर इजेक्शन स्लॉट की रस्ते से दाहिने व निचे गिर जाता है ! यह एक्शन इजेक्ट का एक्शन कहलाता है ! 
  5. FEED: जब चाल वाले पुर्जे मगज़ीन के ऊपर वाले राउंड से पीछे जाते है तो मग्जिन स्प्रिंग राउंड को ऊपर धकेलता है जससे मग्जिन का ऊपर वाला राउंड फीडिंग के तैयार हो जाता है . जब रिटर्निंग स्प्रिंग अपने तनाव को पूरा करती है तो रिसीवर व रोटेटिंग बोल्ट आगे की और धकेलती है और इस हरकत के दौरान रोटेटिंग बोल्ट का फीड  पिस मग्जिन का ऊपर वाले राउंड को चैम्बर में दाखिल कर देता है यह एक्शन फीड  का एक्शन कहलाता है !
  6. LOAD: जब राउंड चैम्बर में अच्छी तरह बैठ जाता है तो रोटेटिंग बोल्ट की आगे की हरकत पूरी हो जाती है एक्सट्रैक्टर राउंड के रिम पे सवार हो जाता है ! इस एक्शन को लोड का एक्शन कहते है !
  7. LOCK: जब रोटेटिंग बोल्ट की आगे की हरकत पूरी हो जाती और रिसीवर आगे की हरकत की दौरान रोटेटिंग बोल्ट का गाइड लेग पथ वे की मदद से बाये से दाहिने को घूम कर फ्रंट कापबल से रियर कापबल में आ जाता है ! साथ ही रोटेटिंग बोल्ट का लॉकिंग बॉडी लॉकिंग रेसिज में फंस जाता है ! इस एक्शन को लॉक की एक्शन कहते है !
  8. COCK: रिसीवर की आखरी हरकत के दौरान सेफ्टी सियार रेलेसेर सेफ्टी सियर को आगे धकेलता  है जिससे सेफ्टी सियर आगे और निचे दब जाता है जिससे सेफ्टी सियर की नोज का हैमर के कटाव से मिलाप टूट जाता है साथ ही ट्रिगर सियर और हैमर सियर से मिलाप हो जाता है और राइफल फायर के लिए तैयार हो जाती है ! इस एक्शन को कॉक का एक्शन कहते है !
इस तरह से AKM का चाल पूरा होता है !


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